जाने किसका पैगाम कहां-कहां फैला रहे हैं ये बशर। जाने किसका पैगाम कहां-कहां फैला रहे हैं ये बशर।
जहाँ तुम्हारी सांसे रुकी हुई थी .... जहाँ तुम्हारी सांसे रुकी हुई थी ....
मैंने अपनी हर साँस पर लिखी एक कहानी है, मैंने अपनी हर साँस पर लिखी एक कहानी है,
अपने विनाश का तू खुद ही जिम्मेदार बन रहा अपने विनाश का तू खुद ही जिम्मेदार बन रहा
प्यार तुझसे ही था, प्यार तुझसे ही है मेरे सांसों की तार, यार तुझसे ही है माँग सिंदूर प्यार तुझसे ही था, प्यार तुझसे ही है मेरे सांसों की तार, यार तुझसे ही है म...
मैं याद भी करूँ एक ख़ूबसूरत लम्हा, मेरी हर सांस मुझे शिकायत करती है। मैं याद भी करूँ एक ख़ूबसूरत लम्हा, मेरी हर सांस मुझे शिकायत करती है।